
नीमच में पदस्थ आरक्षक मादक पदार्थ तस्करी में गिरफ्तार, 30 किलो डोडाचूरा के साथ पकड़ा गया, एसपी ने किया निलंबित — मंदसौर जिले की बूढ़ा चौकी पुलिस की बड़ी कार्रवाई, वर्दी की आड़ में तस्करी कर रहा था आरक्षक,पढ़े समाचार
/REPORT By DESK PUBLIC TAK

नीमच तक

EDITOR AFZAL QURESHI
Updated : July 26, 2025
नीमच। जिले में पदस्थ एक आरक्षक की करतूत ने पूरे पुलिस महकमे को झकझोर कर रख दिया है। मंदसौर जिले की नारायणगढ़ थाना क्षेत्र की बूढ़ा पुलिस चौकी ने कार्रवाई करते हुए नीमच पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक राजेंद्रसिंह को 30 किलो डोडाचूरा के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी आरक्षक वर्दी में मादक पदार्थ की तस्करी कर रहा था। उसके साथ एक अन्य युवक भगतसिंह निवासी चौथखेड़ी को भी गिरफ्तार किया गया है।
जैसे ही यह खबर फैली, नीमच और मंदसौर जिले के पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि आरक्षक लंबे समय से मादक पदार्थ तस्करी में लिप्त था और मुखबिर की सूचना पर उसे रंगे हाथों पकड़ा गया। यह मामला न सिर्फ एक आपराधिक घटना है, बल्कि पुलिस की साख को भी गहरी चोट पहुंचाने वाला है।
बूढ़ा चौकी प्रभारी शुभम व्यास के अनुसार, उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध कार मंजाखेड़ी और बूढ़ा के बीच मादक पदार्थ लेकर जा रही है। सूचना पर तत्काल नाकाबंदी की गई और एक कार को रोककर तलाशी ली गई। कार से 30 किलो डोडाचूरा बरामद किया गया। कार में मौजूद दो लोगों में से एक की पहचान आरक्षक राजेंद्रसिंह के रूप में हुई, जो कि नीमच पुलिस लाइन में पदस्थ था। दूसरा व्यक्ति भगतसिंह निकला।
घटना की जानकारी मिलते ही नीमच पुलिस कप्तान अंकित जायसवाल ने तत्काल प्रभाव से आरक्षक राजेंद्रसिंह को निलंबित कर दिया है।
गौरतलब है कि मंदसौर और नीमच क्षेत्र मादक पदार्थ उत्पादन और तस्करी के मामलों में पहले से बदनाम हैं। ऐसे में जब खुद एक वर्दीधारी कर्मचारी इस गोरखधंधे में लिप्त पाया गया, तो यह पूरे विभाग के लिए शर्मनाक स्थिति है। पुलिस विभाग की आंतरिक जांच के साथ अब यह मामला कानूनी रूप से भी गंभीर मोड़ ले चुका है।
पुलिस अब यह भी पता लगाने में जुटी है कि आरोपी आरक्षक किन-किन नेटवर्क से जुड़ा हुआ था, और कितने समय से वह इस अवैध गतिविधि में शामिल था। साथ ही, उसके अन्य सहयोगियों और सप्लाई चैन की भी जांच की जा रही है।
यह घटना साफ दर्शाती है कि नशे के व्यापार में अब सिर्फ अपराधी नहीं, बल्कि कुछ वर्दीधारी भी लालच के जाल में फंस रहे हैं। मामले में त्वरित कार्रवाई कर पुलिस अधीक्षक ने जो संदेश दिया है, वह विभागीय अनुशासन के लिए बेहद जरूरी कदम है।